भारत प्रश्न मंच भाग-२
आप सभी गणमान्यों का भारत प्रश्न मंच पर स्वागत है. |
आज का पहला प्रश्न है-
नीचे दिये गये चित्र में जो पर्वत है उसके ऊपर स्थित मंदिर किस देवी या देवता को समर्पित है. इसके साथ ही यह बताइये कि यह कहाँ स्थित है.
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आज का दुसरा प्रश्न है-
नीचे लिखी गयी बातें किस फिल्म से संबंधित है-
"इस फिल्म में मृदुला रानी ने काम किया था, इस फिल्म का अभिनेता एक मुस्लिम था. यह फिल्म भारत की स्वतंत्रता से पहले रिलीज हुई थी. इस फिल्म के अभिनेता ने अपने वास्तविक जीवन मे उस लड़की से शादी की जिसकी उम्र उससे आधी थी. इस फिल्म में काम करने वाले अभिनेता की यह पहली फिल्म थी " |
और आज का तीसरा प्रश्न जो कि अतिरिक्त अंक हेतु है
इस रेलवे स्टेशन का क्या नाम है. |
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1-Savitri temple on top of Ratnagiri hills.Pushkar ,Rajsthan
जवाब देंहटाएं2-Mysore Railway Station
जवाब देंहटाएं3-Dilip Kumar -his real name was Muhammad Yusuf Khan
जवाब देंहटाएं1-Savitri temple on top of Ratnagiri hills.Pushkar ,Rajsthan
जवाब देंहटाएं2-Dilip Kumar -his real name was Muhammad Yusuf Khan
जवाब देंहटाएं3-Mysore Railway Station
प्रश्न मे फिल्म का नाम पुछा गया है. best of luck
जवाब देंहटाएंMansa Devi Temple
जवाब देंहटाएं1- Mansa Devi temple
जवाब देंहटाएं2- Jwar Bhata
3- mysore railway station
2-film Jwar Bhatta [1944]
जवाब देंहटाएंJwar Bhata is a 1944 black and white Indian drama film directed by Amiya Chakraborty. It marked the debut of Dilip Kumar who went onto become one of the most famous actors in Hindi Cinema. The film also featured, Mridula,Shamim, Agha, Bikram Kapoor, K. N. Singh, Khalil, and Mumtaz Ali. It was produced by Bombay Talkies. The music director was Anil Biswas
1- Maihar Devi temple
जवाब देंहटाएं2- Jwar Bhata
3- mysore railway station
Brahma Temple The most famous temple in Pushkar,
जवाब देंहटाएं1-Brahma Temple The most famous temple in Pushkar,
जवाब देंहटाएं1- Maihar Devi temple, Madhya Pradesh
जवाब देंहटाएं2- Jwar Bhata [Dilip Kumar, Mridula Rani year - 1944]
3- mysore railway station
Maihar devi temple [MP}
जवाब देंहटाएंAashish ji kripya picture clear diya karen. is picture ko dekhkar to is mandir ka jo pujari hai wo bhi nahi pahchaan paayega.
जवाब देंहटाएं1--that tempel pic is here
जवाब देंहटाएंhttp://blogs.holymandir.com/
1-Maihar /sharda devidevi temple[MP]
जवाब देंहटाएंkripya bata den ki kya mujhe dobara answer dene kee jaroorat hai ?
जवाब देंहटाएंFinal list==
जवाब देंहटाएं1-Maihar devi[/Sharda devi ]Mandir[MP]
2-Jwar Bhata [1944]
3-Mysore Railway Station
आप सभी से निवेदन है कि यथा संभव सभी प्रश्नों का उत्तर अलग-अलग टिप्पणीयों मे दे जिससे गलत उत्तरों को शीघ्र प्रकाशित किया जा सके. इससे आप लोगों को भी सुविधा होगी. आप लोग समझ सकेंगे कि आपका दिया हुआ उत्तर गलत है. एक ही टिप्पणी मे सारे उत्तर देने पर कुछ गलत और कुछ सही रहते है. जिससे उनका प्रकाशन नही हो पाता. धन्यवाद best of luck
जवाब देंहटाएं@प्रकाश सर, महोदय इस मंदिर को लोग ट्रेन मे बैठे-बैठे पहचन लेते हैं
जवाब देंहटाएंआप लोग जितनी बार चाहें उत्तर दे सकते है
जवाब देंहटाएंit is not a Temple but a Budhist Stup situated at Ratnagiri Hill of Rajgir Bihar
जवाब देंहटाएंविनम्र निवेदन- प्रश्न एक मे पुछे गये प्रश्न का व्यवस्थित उत्तर दें. पहले उस देवी या देवता का नाम बताएँ जिसे वह समर्पित है. इसके बाद उस नगर का नाम बताएँ जहाँ यह स्थित है.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
Bhairav Nath Mandir, Katra, Jammu
जवाब देंहटाएंमैहर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सतना जिले के अनतरगत एक धार्मिक स्थल है. यह मां शारदा मन्दिर के लिए जाना जाता है. यह मन्दीर एक त्रिकुत पर्वत पर स्तिथ है
जवाब देंहटाएंमैहर शब्द कि उत्पत्ति माए हार से हुए जिसका अर्थ है मा का हार ।
उत्पत्ति
पुरनिक कथा के अनुशर राजा दक्ष प्रजापति जो अन्य प्रजापतियों के समान ब्रह्मा जी ने अपने मानस पुत्र थे । दक्ष प्रजापति की सोलह कन्याये थी जिनमें से स्वाहा नामक एक कन्या का अग्नि का साथ, सुधा नामक एक कन्या का पितृगण के साथ, सती नामक एक कन्या का भगवान शंकर के साथ, और शेष तेरह कन्याओं का धर्म के साथ विवाह हुआ। धर्म की पत्नियों के नाम थे - श्रद्धा, मैत्री, दया, शान्ति, तुष्टि, पुष्टि, क्रिया, उन्नति, बुद्धि, मेधा, तितिक्षा, द्वी और मूर्ति। ुराणों के अनुसार सती के शव के विभिन्न अंगों से बावन शक्तिपीठो का निर्माण हुआ था। उन्हि मे से एक शक्ति पीथ मैहर भी है जन्ह पर मा शक्ति का हार गिर था । इसके पीछे यह अन्तर्पथा है कि दक्ष प्रजापति ने कनखल (हरिद्वार) में `बृहस्पति सर्व' नामक यज्ञ रचाया। उस यज्ञ में ब्रह्मा, विष्णु, इंद्र और अन्य देवी-देवताओं को आमंत्रित किया गया, लेकिन जान-बूझकर अपने जमाता भगवान शंकर को नहीं बुलाया। शंकरजी की पत्नी और दक्ष की पुत्री सती पिता द्वारा न बुलाए जाने पर और शंकरजी के रोकने पर भी यज्ञ में भाग लेने गयीं। यज्ञ-स्थल पर सती ने अपने पिता दक्ष से शंकर जी को आमंत्रित न करने का कारण पूछा और पिता से उग्र विरोध प्रकट किया। इस पर दक्ष प्रजापति ने भगवान शंकर को अपशब्द कहे। इस अपमान से पीड़ित हो, सती ने यज्ञ-अग्नि पुंड में कूदकर अपनी प्राणाहुति दे दी। भगवान शंकर को जब इस दुर्घटना का पता चला तो क्रोध से उनका तीसरा नेत्र खुल गया। भगवान शंकर के आदेश पर उनके गणों के उग्र कोप से भयभीत सारे देवता और त्र+षिगण यज्ञस्थल से भाग गये। वीरभद्र ( जो भगवान शंकर के गण है ) ने दक्ष प्रजापति का सिर भी काट डाला। बाद में ब्रह्मा जी की प्रार्थना करने पर भगवान शंकर ने दक्ष प्रजापति को उसके सिर के बदले में बकरे का सिर प्रदान कर उसके यज्ञ को सम्पन्न करवाया। भगवान शंकर ने यज्ञपुंड से सती के पार्थिव शरीर को निकाल कर कंधे पर उठा लिया और दुःखी हो इधर-उधर घूमने लगे। तदनन्तर जहाँ-जहाँ सती के शव के विभिन्न अंग और आभूषण गिरे, वहाँ बावन शक्ति पीठो का निर्माण हुआ। (अगले जन्म में सती ने हिमवान राजा के घर पार्वती के रूप में जन्म लिया और घोर तपस्या कर शिवजी को पुन पति रूप में प्राप्त किया।) "अंग या आभूषण" अर्थात, सती के शरीर का कोई अंग या आभूषण, जो श्रीविष्णु के द्वारा सुदर्शन चक्र से काटे जाने पर पृथ्वी के विभिन्न भागों में गिरा, व अज वह भाग पूज्य है, और शक्तिपीठ कहलाता है।
Jwar Bhata
जवाब देंहटाएंbeauty queen Saira Banu
Maa Sharda Temple
जवाब देंहटाएंLocation : Maihar city lies in Satna District of State of Madhya Pradesh.
शारदा माँ का मंदिर Maihar शहर जिला सतना M.P.
जवाब देंहटाएंज्वार भाटा
जवाब देंहटाएंMysore Railway Station
जवाब देंहटाएंA view of Mysore railway station from outside
मैसूर का रेलवे स्टेशन
जवाब देंहटाएंआशीष जी आपसे अनुरोध है कृपया अपने ब्लॉग की पोस्टे जो एक साथ दिखाई दे रही है उन्हे कम करें ताकि आपका ब्लॉग जल्दी से खुल सके आपके ब्लॉग को खेलने में समय ज्यादा लगता है। फिर आपके फोटो काफी समय लेकर खुलते है। आपकी साईट पर लोड बहुत ज्यादा है। श्रीमान जी अगर आपको बुरा लगा हो तो क्षमा चहुंगा।
जवाब देंहटाएंप्रश्न 1 का उत्तर भैरव जी मन्दिर जम्मू कटरा
जवाब देंहटाएं@surendra
जवाब देंहटाएंsir is samasya ko batane ke liye dhanyavad. Mai ise jald hi dur karunga. Apako taklif hui usake liye ham mafi chahenge. Hame bilkul bura nahi jab hame koi hamgri galti batata hai.
मेरा नाम शम्बूक है।"
जवाब देंहटाएंशम्बूक की बात सुनकर रामचन्द्र ने म्यान से तलवार निकालकर उसका सिर काट डाला। जब इन्द्र आदि देवताओं ने महाँ आकर उनकी प्रशंसा की तो श्रीराम बोले, "यदि आप मेरे कार्य को उचित समझते हैं तो उस ब्राह्मण के मृतक पुत्र को जीवित कर दीजिये।" राम के अनुरोध को स्वीकार कर इन्द्र ने विप्र पुत्र को तत्काल जीवित कर दिया। http://hindugranth.blogspot.com/
जीवदानी माता का मन्दिर,विरार। महाराष्ट्र
जवाब देंहटाएंप्रश्न:3 का उत्तर
जवाब देंहटाएंयह चेन्नै रेलवे स्टेशन है